1. (3) संचित अवसाद का संयोजन (cementation) और द्दढ़ीभवन । 2. (3) संचित अवसाद का संयोजन ( 3. कालांतर में इस प्रकार से संचित अवसाद श्वेत स्पंजी चूनापत्थर के रूप में संयोजित ( 4. बहुधा दो उत्तरोत्तर वर्षा ऋतुओं के बीच की अवधि में संचित अवसाद की मात्रा नगण्य होती है। 5. बहुधा दो उत्तरोत्तर वर्षा ऋतुओं के बीच की अवधि में संचित अवसाद की मात्रा नगण्य होती है। 6. कालांतर में इस प्रकार से संचित अवसाद श्वेत स्पंजी चूनापत्थर के रूप में संयोजित (cemented) हो जाते हैं। 7. स्तरों में संचित अवसाद के कणों की व्यवस्था पर बहाव की गति और दिशा की स्थिरता का प्रभाव भी पड़ता है। 8. स्तरों में संचित अवसाद के कणों की व्यवस्था पर बहाव की गति और दिशा की स्थिरता का प्रभाव भी पड़ता है। 9. इसी प्रकार केकड़ों, कीड़ों मकोड़ों तथा अन्य जंतुओं के पादचिन्ह भी ज्वारभाटांतर प्रदेश में संचित अवसाद में सुरक्षित रह जा सकते हैं। 10. इसी प्रकार केकड़ों, कीड़ों मकोड़ों तथा अन्य जंतुओं के पादचिन्ह भी ज्वारभाटांतर प्रदेश में संचित अवसाद में सुरक्षित रह जा सकते हैं।